दोस्तों आजकल मार्केट में अच्छा मुनाफा कमाने के लिए कुछ लोग ओरिजिनल ब्रांड की कॉपी करते हैं | जिसकी पहचान करना बहुत ही मुश्किल होता है लेकिन आज इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप असली और नकली ब्रांड में फर्क कर पाएंगे |
अक्सर कुछ कंपनियां ओरिजिनल ब्रांड के नाम का इस्तेमाल करते हुए अपना नकली सामान बेचते हैं |जिसका खामियाजा तो हमें भुगतना पड़ता है |हम इन दोनों के ब्रांड में अंतर नहीं कर पाते हैं क्योंकि यह बिल्कुल एक से लगते हैं.|
इंडिया में स्मार्टफोन और एक्सेसरीज का मार्केट लगातार बढ़ रहा है। यहां पर फेक गैजेट की भी बड़ी रेंज मौजूद है। ऐसे में यदि आप महंगा स्मार्टफोन या गैजेट खरीद रहे हैं और वो फेक मॉडल हुआ, तब बाद में पछताना पड़ेगा। ऐसे में आपको नकली और असली की पहचान पता होना चाहिए।
फेक प्रोडक्ट को बनाने में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि ये ऑरिजनल की तरह दिखे। इसके लिए बॉडी, कलर, लोगो हर चीज मेहनत की जाती है। यानी इन्हें देखने पर इस बात का पता लगाना मुश्किल होता है कि ये असली नहीं है।
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ऊपर दी गई फोटो में जो कॉपी चार्जर है उसे हमने रेड कलर से मार्क किया है। फेक चार्जर में कंपनी के नाम में इस्तेमाल टेक्स्ट अलग है। इसके साथ, इसमें एडिशनल A+ लिखा हुआ है।
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